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7 अप्रैल 2016
अभिनवगुप्त सहस्त्राब्दी समारोह के अंर्तगत आयोजित अभिनव संदेश यात्रा का ग्रुप बी 7 अप्रैल को महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंचा। यात्रा का दूसरा ग्रुप बी अपने पथ पर लगातार बढ़ते हुए जबलपुर पहुंच चुका है। यहां स्वंय महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद जी ने यात्रा में शामिल लोगों को अपना आर्शीवाद दिया। ग्रुप ए द्वारा उज्जैन में एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसमें अधिक्ता और प्राध्यपकों ने भाग लिया। जम्मू-कश्मीर अध्ययन केंद्र के निदेशक आशुतोष भटनागर ने संगोष्ठी में अभिनवगुप्त का विषय रखा और उनके जीवन दर्शन के बारे में लोगों को विस्तार से बताया। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सह प्रांत प्रचारक श्रीकांतजी भी संगोष्ठी में शामिल हुए और जम्मू-कश्मीर अध्ययन केंद्र से जुड़े चंद्र प्रकाश जी ने भी अपने विचार रखे। इससे पहले 6 अप्रैल को यात्रा का पड़ाव वडोदरा में हुआ था यहां विश्वनाथ मंदिर में कलश पूजन के बाद संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया।
दूसरी ओर ग्रुप ए का जबलपुर पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ। यात्रा सबसे पहले गुप्तेश्वर मंदिर पहुंची, जहां संतो से भेट किया गया। इसके बाद नरसिंह मंदिर, शास्त्री ब्रिज, कचानार घाट होते हुए शाम के समय नर्मदा नदी के पवित्र जल से ग्वारीघाट पर कलश अभिषेक किया गया। ग्रुप बी में यात्रा कर रहे मनीष चौधरी ने बताया कि अभिनव संदेश यात्रा ने नर्मदा की महाआरती के भी दर्शन किए, और वहीं महाआरती के बाद सार्वजनिक उद्बोधन भी हुआ, जिसमें स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इससे पहले 6 अप्रैल को ग्रुप बी का पड़ाव बिलासपुर में रहा, जहां न केवल यात्रा का स्वागत किया गया बल्कि कई संगठनों और कार्यालयों के अधिकारियों ने बढ़-चढ़ कार्यक्रम में भाग लिया।
अभिनव संदेश यात्रा दक्षिण भारत से आरंभ होकर मध्य भारत तक पहुंच चुकी है। इसका समापन 11 जून को कश्मीर में होगा। यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर के लोगों से जो देश के अन्य हिस्सों में रह रहे निरंतर जनसंपर्क किया जा रहा है और उनसे 11 जून को कश्मीर पहुंचने की अपील भी की जा रही है।